मुंशी प्रेमचंद ः निर्मला

66 Part

208 times read

1 Liked

... मंसाराम-अगर मेरे सामने कोई आकर कह दे कि मैंने इन्हें कहीं घूमते देखा है, तो मुंह न दिखाऊं। वकील-किसी को ऐसी क्या गरज पड़ी है कि तुम्हारी मुंह पर तुम्हारी ...

Chapter

×