रात

1 Part

155 times read

3 Liked

ये रात इशारा देती है जीने का सहारा देती है  चाँद की सूरत दिखला कर ये पता तुम्हारा देती है रात अपने सन्नाटों से एक सुकूँ अजब सा देती है  पता ...

×