मेरे हमदम मेरे दोस्त

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गेट पर बेल हुई थी. वो सीढ़ियों से ऊपर अपने कमरे में खड़ी हुई थी. उसने बेल की आवाज़ बहुत आसानी से सुनी थी. अब वो अपने कांपते हुए वजूद को ...

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