मेरे हमदम मेरे दोस्त 2

9 Part

216 times read

5 Liked

पैसे में इतनी ही ताकत होती है. उस शख्स का हर अंदाज़ पुकार-पुकार कर उसकी इमारत (अमीरी) का एलान कर रहा था. उसका लिबास और उसका निशस्त-ओ-बरखास्त (manners), उस गुफ़्तगू, गेट ...

×