मेरे हमदम मेरे दोस्त 5

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साढ़े ग्यारह बज रहे थे। दस बजे अम्मी को दवा देनी है, मुझे याद ही नहीं रहा। वह ज़र-ए-लाव बदलते हुए फौरन बेड पर से उठ खड़ी हुई। बेड पर से ...

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