दस्तक

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मन ही मन मुस्कुराती हूँ  खयालो में तेरे गुनगुनाती हूँ  नाँच उठा है फिर तनमन  यादों में तेरी खोई हूँ फिर साजन बरसों बाद तेरे आने की आयी है आहट  फिर ...

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