आम आदमी - लेखनी कविता -01-Mar-2022

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मैं कोई बलशाली बादशाह नहीं हूँ जो तख़्त पर बैठ शासन चलाता है मैं वो संगीत सम्राट तानसेन नहीं हूँ जो दीपक राग गा दीप जलाता है। मैं हूँ इस समाज ...

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