संगीत - लेखनी कविता -02-Mar-2022

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उड़ते हुए पक्षी की चहचहाहट लगती है मानो कोई मधुर संगीत उनको गगन में उन्मुक्त उड़ते देख ख़ुशी से बज उठते हृदय के गीत। जब सावन के झूले पर झूले मन  ...

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