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दैनिक विषय ः आरजू कविताःआरजू मुद्दतों बाद चाँद का दीदार हो पाया आज गगन पर सितारों संग चाँद निकल आया इश्क के समंदर में मैंने गोते लगाया, पर चेहरे पर भी जो ...