रंगभूमि--मुंशी प्रेमचंद

186 Part

143 times read

1 Liked

... विनय-नहीं, कोई ऐसी खबर नहीं। पैरों में दर्द हो रहा है, शायद मैं आगे न जा सकूँगा। डाकिया-यहाँ इस बीहड़ में अकेले पड़े रहिएगा? विनय-डर क्या है! डाकिया-इधर जानवर बहुत ...

Chapter

×