लेखनी कविता -08-Mar-2022 वार्षिक प्रतियोगिता हेतु - सर्दी और चाय

1 Part

320 times read

6 Liked

सर्दी अब अपना रंग दिखा रही हैं,  चाय की तलब तो हमें सता रही हैं,  थरथराते होंठ हैं, कंपकंपाते हाथ हैं ,  अभी से अपना जलवा दिखा रही हैं | सर्दी ...

×