जीवन

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रँग  जीवन का  फिर से  बदलने  लगा है किसी को  देख कर  फिर मचलने लगा है  सोचा था बचकर निकलेंगे इश्क की गलियों से  पर उनकी मुस्कान पर दिल फिसलने लगा ...

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