रंगभूमि--मुंशी प्रेमचंद

186 Part

181 times read

1 Liked

... इस विचार से उसे बड़ी शांति मिली, जैसे किसी कवि को उलझी हुई समस्या की पूर्ति से होती है। वह तड़के ही उठा और जाकर भैरों के दरवाजे पर आवाज ...

Chapter

×