ज़िन्दगी गुलज़ार है

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१३ दिसंबर कशफ़ पता नहीं कभी-कभी मैं खुद को कण्ट्रोल क्यों नहीं पाती. क्या होता , अगर आज मैं ख़ुद पर काबू रखती , लेकिन मैं हमेशा गलती कर के पछताने ...

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