ज़िन्दगी गुलज़ार है

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२३ फ़रवरी – ज़ारून   क्या दिन था आज का दिन भी. ग़लत चीज़ें गैर-मुतवक्का (आशातीत , अप्रत्याशित) बातें. मैं कभी सोच भी नहीं सकता था कि ओसामा मुझे ये सरप्राइज ...

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