विश्वास (कविता) लेखनी वार्षिक कविता प्रतियोगिता -10-Mar-2022

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विश्वास ******** बोलने से पहले सोचती हूँ हर बार... क्या मैं कुछ गलत तो नहीं बोल रही... अपने हर शब्दों को तोलती हूँ बार-बार... कहीं कोई आहत तो नहीं हो रहा ...

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