कुछ कही कुछ अनकही

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कुछ कही कुछ अनकही सोचती हूं आज कागज पर  अपनी सब बातें लिख दूंँ। कुछ कही कुछ अनकही सब व्यथा  लिख दूं। जीवन के सारे उतार-चढ़ाव तुम संग में साझा कर ...

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