लेखनी प्रतियोगिता -12-Mar-2022अनजान

1 Part

342 times read

14 Liked

     कभी थे जिनसे अनजान, आज हो गए वो दिल के मेहमान, सासों में बनके खुशबू बसे वो, जब से हुई पहचान।  सोए थे जो मुद्दत से, जाग गए सारे ...

×