1 Part
257 times read
8 Liked
बहुत हसरत थी मैंने आपको दिल से लगाया था उठाकर खाक से फिर आसमां पर भी बिठाया था मिला क्या बर्क़ को देखो जला डाला जो इक पल में किसी के ...