अंधेरे के नाम एक पत्र

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ओ अंधेरे तुम बहुत ही ख़ास हो रात की स्याह चादर पर चमकते तारों की रोशनी का एहसास हो तुम्हारी ही कोख में पलती है उजाले की उम्मीद सूरज की मुलायम ...

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