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सनम मैं हूँ नार नवेली , न भाए मुझको हवेली | शिकार मेरा तू करता क्यों , मुझ पर इतना अकड़ता क्यों | रंग-बिरंगे पन्ने मुझमें , सब समा जाएं वो ...