लेखनी प्रतियोगिता -19-Mar-2022

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             जीवन  जीवन के हैं रंग हजार,  थोड़े अच्छे तो थोड़े बेकार।  जीवन जीना भी कला समझिए  हर कोई नहीं कर पाया हँस के पार।  जो ...

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