1 Part
330 times read
10 Liked
मैं भी थोड़ी चुप हूंँ , अपने में ही गुम हूंँ , शब्दों का करती इस्तेमाल नहीं , आंखों से भी थोड़ी क्षुब्ध हूंँ | इंसान हूंँ पर कहां कोई मानता ...