लेखनी प्रतियोगिता -21-Mar-2022

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  'चाँद और मैं' रात को निकला अकेला सोच में था दुनिया का झमेला विचार में सिर धूना रहा था 'शीर्षक' कविता का पाने को एकान्त में कुछ भुन रहा था ...

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