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कविता है कवि के अंतर्मन की आवाज़ सम्मिलित भावों का जिसमें बजे साज। स्वर-व्यंजन के मेल से बनती वर्णमाला शब्दों का पंक्तिबद्ध रूप बने मधुशाला। सुख-दुख के अविरल आयाम ये बताती ...