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एकान्त मन नहीं अभी कुछ करने का कुछ कहने, कुछ बदलने का अभी शांत हूँ हूँ अकेला, खुद में एकान्त हूँ विचाराधीन जीवन कश्मकश में तल्लीन कुछ सोच रहा हूँ अन्दर ...