ज्जबा जुगनू सा

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जज्बा जुगनू सा बुझ जातें हैं उ म् मीद के चिराग जब मन हो उदास बेशक मद्धिम ही सही जीवंत रहें आस जज्बा गर हो जुगनु सा स्याह सी रातों में ...

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