एक मकान था कहीं...!!

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एक मकान था कहीं... ईंट, पत्थर और गारे से चिना गया था,, जीवन भर की कमाई से,, खून की एक एक बूंद बनाया गया था...!! फिर आया एक दिन वो.... जब ...

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