लेखनी कहानी -25-Mar-2022पर्दा

1 Part

382 times read

17 Liked

 खुली हैं आँखे कातिल उनकी, सारे जिस्म पे पर्दे दारी है,  एक ही अदा से फना कर गए, नयनों की चली जो मस्त कटारी है।  धोखे के मौसम में , नफरत ...

×