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मै शहीद की विधवा कहलाती हूँ। पूरे परिवार का बोझ उठाती हूँ।। वह शहीद होकर अमर होगयेहै। मुझे तिल तिल मरने छोड़ गये है।। रंग छिन गये सारे मेरे जीवन के। ...