अजनबी

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एक अतुकान्त कविता  "अजनबी" ———— ओ अजनबी , खामोश न रहो ,  कुछ तो कहो ।  टिमटिमाती रात , जगमगाते जुगनू खामोश न रहो ,  कुछ तो कहो ।  कहो ,  ...

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