वरदान--मुंशी प्रेमचंद

16 Part

110 times read

1 Liked

... वह निर्जन मार्गों पर चलता था। संध्या समय जब पक्षियों का मधुर कलरव सुनाई देता और समीर के मन्द झोंके आने लगते तो अपने कनटोप को आंखों पर खींच लेता ...

Chapter

×