प्रेम

1 Part

280 times read

10 Liked

नीम सी कड़वाहट लिए घूमते हो जब आसपास.... सच कहती हूं छोड़ छाड़ सब....  उड़ जाता मन  अनंत वितान की ओर.... अगले ही पल, शहद सा बन कर..... मंडराते मेरे चारों ...

×