मुंशी प्रेमचंद ः सेवा सदन

75 Part

148 times read

1 Liked

10 दूसरे दिन सुमन नहाने न गई। सबेरे ही से अपनी एक रेशमी साड़ी की मरम्मत करने लगी। दोपहर को सुभद्रा की एक महरी उसे लेने आई। सुमन ने मन में ...

Chapter

×