लेखनी कहानी -10-Apr-2022

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        तुम्हें चाहा भी  तुम्हें चाहा भी इतने अदब से  कि तुम्हें ख़बर ना लगे।  देखें कई कई बार हम  लेकिन हमारी नजर ना लगे।  बेशकीमती हो तुम ...

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