लेखनी प्रतियोगिता -हम तुम

1 Part

299 times read

9 Liked

हम तुम हम तुम आज मैं क्या कहूंँ, आज बंधन में बंध रहें‌ दिलों में अब हमारे, चाहतो के फूल खिल रहे। मौसम बदल रहा देखो,  जीवन काअब हमारे।  प्रणय बंधन ...

×