1 Part
155 times read
8 Liked
गज़ल आंखो की शिकायत ने, दीवाना बना डाला। नजरों नजरों ने ही, अफसाना बना डाला।। महफिल में शमां ने जब, छेड़ी गजलें अपनी। बेबाक खयालों ने, परवाना बना डाला।। अंजान मुसाफिर ...