बहाने अजी अब तो छोड़ो हमको सताना तुम्हे खूब आता है बहाने बनाना। कभी देखना कनखियों से, फिर नजर यूं चुराना दांतों से पल्लू दबा हौले से मुस्कुराना कहां से सीखा ...

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