मतवाले दो नैन

1 Part

165 times read

7 Liked

प्रतियोगिता हेतु दोहा भटकाते हैं राह से,मन में भरे विकार। मन पर अंकुश राखिए, गुण गावे संसार।। कभी न पूरी कर सके, कोई मन की चाह। सागर की मिल जाए पर, ...

×