1 Part
302 times read
17 Liked
गूंज उठी किलकारी आंगन में, दादा लड्डू बांट रहे प्रांगण में , तन मन मेरा झूम उठा , छुई कोमल काया मोह माया में | बधाइयाँ बज रही घर में तबसे, ...