हमारी तुम्हारी गज़ल है

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ग़ज़ल दिलों में भरी बेकरारी ग़ज़ल है ‌। ये सच है हमारी तुम्हारी ग़ज़ल है।। तुम्हारी   नज़र   में   ये  मैंने पढ़ी थी। वही अपने दिल पर उतारी ग़ज़ल है।। जुवां पर ...

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