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रचयिता-प्रियंका भूतड़ा शीर्षक-परछाई कुछ नहीं चलता साथ में बस चलती है परछाईं कितनी भागी कितनी दौड़ी परछाई मुझे नहीं छोड़ी हर पल हर दम रही मेरे साथ पीछे पीछे आती रहती ...