प्रेमाश्रम--मुंशी प्रेमचंद

199 Part

143 times read

1 Liked

48. गायत्री बनारस पहुँच कर ऐसी प्रसन्न हुई जैसे कोई बालू पर तड़पती हुई मछली पानी में जा पहुँचे। ज्ञानशंकर पर राय साहब की धमकियों का ऐसा भय छाया हुआ था ...

Chapter

×