लेखनी कहानी -29-Apr-2022

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जब तलक जिएँ , जिन्दगी को,  तो बस खुलकर, जीते जाएँ , और जब कभी ,। मौत आए तो,  कुछ इस तरह,  आए कि हम,  हँस रहे हों और , हमारी ...

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