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जिंदगी को रोज़ घूँट-घूँट कर पीते हैं हम,,,,,,,,,, अपने गमों को रोज सीते है हम कैसे बताए तुम्हें, कैसे जीतें है हम किस्मत से भी एकदम रीतें है हम चेहरे पर ...