न रहीं साँसे, मेरे काम की

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"सीने में दिल है मेरा मगर धड़कन है अब तेरे नाम की, चलने लगी हैं तुझको ही रटकर रही न साँसे, मेरे काम की।" धूल के घनेरे में, काजल से अंधेरे ...

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