1 Part
235 times read
15 Liked
प्रभात ने फैलाई लालिमा , छुपती रही यहाँ कालिमा | भोर हुई तो चिड़िया बोली सारे जग ने आंखें खोली | निकलता सूरज मद्धम मद्धम , फैली किरणें कदम दर कदम ...