लेखनी कहानी -06-May-2022 निस्वार्थ सेवा

1 Part

283 times read

22 Liked

आज के जमाने में और निस्वार्थ सेवा ?  अच्छा मजाक कर लेती हो, प्रतिलिपि जी  यहां तो बिना स्वार्थ के राम राम तक नहीं करता कोई  और तुम निस्वार्थ सेवा की बात ...

×