1 Part
286 times read
29 Liked
मां पर क्या लिखूं, एक शब्द में दुनिया समाई है दूर क्षितिज पर उभरने वाली ये एक रोशनाई है त्याग, सेवा जैसे शब्दों ने मां से महानता पाई है ये मां ...