लेखनी कविता - पापा की परी

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हर किसी के नसीब में, पापा की परी बनना कहां लिखा होता है, जो समझे अपनी बेटी को राजकुमारी, ऐसा हर बार मुमकिन कहां होता है, पैदा करके छोड़ दी जाती ...

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